नेटवर्क क्यों बनाया जाता है..

 नेटवर्क क्यों बनाया जाता है..हर कोई अकेले ही काम क्यों नही कर लेता??💥💥💥👇👇👇👇👇👇👇👇👏👏👏👏👏👇👇👇👇


यह प्रश्न बहुत ही बचकाना है।।


दुनिया का हर रईस आदमी कई कई देशों में अपने ग्राहक और क्लाइंट का एक ऐसा नेटवर्क तैयार कर देता है जिससे उसकी कई पीढ़ियों को रॉयल्टी मिलती है।।


बात रईसी की हो रही है नाकि सामान्य कामकाज की।।


अकेले काम करने से या सामान्य तरीको से तो बस जीवन का गुजर बसर हो सकता है।।


आप और हम बहुत सी कंपनियों के नेटवर्क का हिस्सा हैं।। मानो या ना मानो।। 


सुईं से लेकर गाड़ी तक जब भी कुछ खरीदेंगे तो मतलब है कि हम किसी ना किसी का ग्राहक नेटवर्क हैं।।


हर कंपनी चाहती है कि उसका ग्राहक नेटवर्क और काम करने का दायरा बढ़ जाये।। 


बहुत बड़ी कंपनियों में हज़ारों एम्प्लोयी का नेटवर्क भी जुड़ा होता है बात चाहे एयरलाइन्स की हो या टेलीकॉम इत्यादि की।।


चारों तरफ बस बड़े बड़े लोगों का नेटवर्क ही तो है और हम ही हैं उनके नेटवर्क का हिस्सा।।


ये बात सही है कि बड़ी कंपनियां बड़ा पूंजी निवेश करती हैं।। इसलिये नेटवर्क बनाने की दौड़ में शामिल हो जाती हैं।।


नौकरी करने वाला किसी ना किसी के नेटवर्क का हिस्सा तो है ही।। जबकि उस एम्प्लॉई के पास नेटवर्क बनाने का ऑप्शन अमूमन नही होता।।


इसीलिये आज नेटवर्किंग उद्योग पनप रहा है बल्कि कहें तो तेजी से आगे बढ़ रहा है।। 


बिना भारी पूंजी निवेश के नेटवर्क बनाने का अधिकार, मतलब आप भी जितना चाहें ग्राहक व डिस्ट्रीब्यूटर का नेटवर्क बना सकते हैं।।


बल्कि नेटवर्किंग उद्योग में तो आप उनसे भी आगे निकल जाते हैं जो लाखों या करोड़ो लगाकर कोई फैक्ट्री या शोरूम तैयार करते हैं।।


लेकिन यह बात जानने की भी है कि आपका नेटवर्क नेचुरल होना चाहिये।। 


नेचुरल नेटवर्क क्यों जरूरी है??


हर नेटवर्क प्लान के साथ कोई ना कोई छोटी बड़ी कंडीशन्स या शर्त जुड़ी होती हैं जिन्हें पूरा करने के लिये जरूरी नेटवर्क सेल को पूरा करना होता है।।


किसी उपलब्धि के लिये या पेआउट उठाने के लिये अगर आपको 1 लाख या कम या ज्यादा की सेल को पूरा करना है तो यह जरूरी है कि आपके पास नेटवर्क हो।। 


लेकिन अगर आपके पास नेटवर्क नही है तो यह सेल आपको जेब से देनी पड़ सकती है।।


जेब से पैसे लगाकर किसी भी कंडीशन को पूरा करना कोई समझदारी नही है।। भला कितनी बार आप ऐसा कर पाओगे।।


क्या आपने सुना है कि कोई गाड़ी बनाने वाली कंपनी अगर अपना सेल का टारगेट पूरा ना कर पाए तो वह टारगेट पूरा करने के लिये खुद ही सारी गाड़िया अपनी जेब से खरीद ले... नही ना।।


तो फिर आपको भी किसी शर्त को पूरा करने के लिये जेब से पैसा लगाने की जरूरत नही है।।👇💥💥✈️✈️👏👏💥👇👇👇👇👇👇👇👇


अगर आपने नेचुरल तरीके से नेटवर्क बनाया होगा और पूरे महीने जरूरी भाग दौड़ की होगी तो यकीनन जेब से पैसा नही लगाना पड़ेगा और नेटवर्क की बदौलत टारगेट पूरा करके लाभ कमा सकोगे।।👇👇👏👏💥💥👇👇👇👇👇👇


किसी साहब का एक सवाल या कहें कि दुखड़ा था कि जितने का पेआउट बनता है उतना ही वापिस भी लगाना पड़ जाता है पेआउट लेने के लिये।।


अगर आप जेब से पैसा लगाकर पेआउट उठा रहे हैं तो कहीं ना कहीं आपमें कमी है।। क्योंकि मैं ये नही कह सकती कि कंपनी के प्लान में कमी है क्योंकि कंपनी में जुड़ने का फैसला तो आपका ही था तो भला मैं आपके फैसले को गलत कैसे ठहरा सकती हूँ।।


नेचुरल तरीके से नेटवर्क बना लिया तो वारे न्यारे होंगे और अगर जेब से शर्त पूरी करते रहे तो फिर आया राम गया राम वाली स्थिति हमेशा बनी रहेगी।।


MR..OM PRAKASH SAINI

CHAMPION TEAM BALAJI MART💥💥💥👏👏✈️✈️

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