अब तीन घंटे के स्थान पर दो घंटे की होगी परीक्षा, कमेटी ने की सिफारिश*

 📔 *अब तीन घंटे के स्थान पर दो घंटे की होगी परीक्षा, कमेटी ने की सिफारिश*



-विवि की एकेडमिक काउंसिल की बैठक में गठित की थी समिति, समिति ने सौंपी कुलसचिव को प्रस्ताव रिपोर्ट....



भरतपुर।

महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल की बैठक में गठित कमेटी ने परीक्षाओं का लेकर सिफारिश रिपोर्ट कुलपति को सौंप दी है। इसमें खास बात यह है कि कमेटी ने सिफारिश की है कि परीक्षा की अवधि तीन घंटे के स्थान पर दो घंटे की जाए। ताकि कोरोना संक्रमण की आशंका को लेकर सुरक्षा इंतजाम भी किए जा सकें। विद्यार्थियों में भी भय का माहौल नहीं बना रहे। जानकारी के अनुसार 20 अगस्त को हुई बैठक में निर्णय लिया गया था कि सर्वोच्च न्यायालय/यूजीसी/राज्य सरकार के निर्देशानुसार 


स्नातक तृतीय वर्ष एवं स्नातकोत्तर (उत्तराद्र्ध/टर्मिनल सेमेस्टर) के विद्यार्थियों की परीक्षाएं सामान्य स्थिति होने पर आयोजित कर परीक्षा परिणाम घोषित कर अंकतालिका जारी की जाएंगी। परीक्षा अवधि तीन घंटे के स्थान पर दो घंटे किया जाए। विद्यार्थियों को प्रश्न पत्र में यूनिट सिस्टम से मुक्त किया जाए एवं पांच प्रश्नों के स्थान पर तीन प्रश्न ही हल करने की सुविधा दी जाए। यदि स्नातक/स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष/टर्मिनल सेमेस्टर के विद्यार्थियोंके किसी भी वर्ष ड्यू पेपर एच्छिक व अनिवार्य विषय हैं तो उन्हें इसी परीक्षा सत्र मेंपरीक्षा देने का अवसर दिया जाएगा। 


इसके लिए डीन विज्ञान संकाय, डीन वाणिज्य संकाय एवं डीन कला संकाय के संकाय अधिष्ठाताओं की कमेटी गठित की गई। अब इसी कमेटी ने रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत कर दी है। इसके अनुसार बुधवार को हुई बैठक में सभी छह डीन भी उपस्थित रहे। कमेटी की रिपोर्ट में परीक्षा की अवधि तीन घंटे के स्थान पर दो घंटे होगी। दो पारियों में परीक्षा कराई जाएगी। सुबह की पारी साढ़े नौ बजे से साढ़े 11 स्नातक के लिए, दूसरी पारी ढाई से साढ़े चार स्नातकोत्तर के लिए होगी। विद्यार्थियों की सुविधा के लिए कोरोना के कारण प्रश्न पत्र सेक्शन में नहीं करते हुए 10 प्रश्नों में से तीन ही करने होंगे। पहला प्रश्न का मूल्यांकन 34 प्रतिशत, दूसरे व तीसरे 33-33 प्रतिशत के हिसाब से मूल्यांकन किया जाएगा। 


जो स्नातक अंतिम वर्ष व स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष में है, उनका अगर पेपर ड्यू रह गया है तो उसकी भी परीक्षा कराई जाएगी। इससे पूरा परिणाम एक साथ घोषित किया जा सके। वहीं दूसरी ओर संबद्ध महाविद्यालयों में जो पाठयक्रम सेमेस्टर प्रणाली से चल रहे थे। एमए भूगोल व एमएससी गणित को वर्ष 2020-21 से वार्षिक प्रणाली में चलाया जाएगा।



*राज्य सरकार ने दिए निर्देश, इस माह परीक्षा मुश्किल*


राज्य सरकार की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि सितंबर के तीसरे सप्ताह से स्नातक तृतीय वर्ष, स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की परीक्षा कराई जाएं। ये भी लिखा है कि अगर सितंबर के अंत तक पूरा कराना संभव नहीं है तो उसके लिए उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार विवि राज्य सरकार के माध्यम से यूजीसी को आवेदन कर सकता है। महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय के उपकुलसचिव एवं सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी डॉ. अरुण पांडेय ने बताया कि कोरोना के कारण 14 अधिकारी-कर्मचारी कोरोना संक्रमित होने के कारण तीसरे सप्ताह से ही परीक्षा कराना संभव दिख रहा है। सितंबर में पूरा नहीं करा जाएंगे। इसलिए यूजीसी को प्रस्ताव भेजा जाएगा।


*📔 ट्विटर अकाउंट 👉* 

https://twitter.com/Shiksha_Vibhag?s=09


*📔 फेसबुक ग्रुप लिंक 👉*

https://www.facebook.com/groups/1806907882887579/


*📔 टेलीग्राम चैनल लिंक 👉* https://t.me/Shikshavibhag


*शिक्षा विभाग के समस्त आदेश, न्यूज़, रोजगार अपडेटस के लिए शिक्षा विभाग राजस्थान के सबसे बड़े, विश्वसनीय, सर्वश्रेष्ठ, प्रमाणिक व शिक्षा विभाग की समस्त न्यूज वाले शैक्षणिक समूह, के फेसबुक, ट्विटर व टेलीग्राम अकाउंट से जुड़कर अपडेट प्राप्त कर सकते हैं !*


📔🏆 *शिक्षा विभाग समाचार* 🏆📔

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

माइक्रोसॉफ्ट पॉवर पॉइंट के लिए शॉर्टकट कुँजी।

Computer का E-Governence मे उपयोग।

Healthcare में computer का उपयोग।

जाने क्या है बालाजी tradevision.

Teachers Day 2020: इसलिए डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णनन के नाम पर मनाया जाता है शिक्षक दिवस, जानें पूरा इतिहास*