फिर से होगा सामूहिक बाल समारोह, नामांकन बढ़ाने में कारगर*

 📔 *फिर से होगा सामूहिक बाल समारोह, नामांकन बढ़ाने में कारगर*



नामांकन बढ़ाने में कारगर बाल समारोह, स्कूलों को मिल रहा आर्थिक संबल, फिर से होगा सामूहिक बाल समारोह का आयोजन, 11 नवंबर को प्रदेश भर में होगा बाल समारोह का आयोजन....



जयपुर।

शिक्षा विभाग एक बार फिर नामांकन वृद्धि करने में कारगर साबित हो रही बाल समारोह का आयोजन करवाने की तैयारी में जुट गया है। इस बार बाल समारोह का आयोजन 11 नवंबर को किया जाएगा। गौरतलब है कि विद्यालय समुदाय भागीदारी के आधार पर स्कूलों में हर शनिवार को होने वाली बाल समारोह का आयोजन अब सार्वजनिक स्थानों पर किया जाता है। जिससे स्कूल में पढऩे वाले बच्चों और शिक्षकों के साथ अभिभावकों और जनसमुदाय का सीधा जुड़ाव हो सके।



*इन गतिविधियों का होगा आयोजन*


बाल समारोह का आयोजन प्रदेश के सभी राजकीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में किया जाएगा। इसमें बच्चे विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे और माता पिता को उनके साथ भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। बाल समारोह में साहित्यिक, खेलकूद और सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। साहित्यिक प्रतियोगिता में वाद विवाद, आशु भाषण, निबंध, प्रश्नोत्तरी, अंग्रेजी और हिंदी शब्दों की अंताक्षरी आदि, खेलकूद प्रतियोगिताओं में खो खो, कबड्डी, चम्मच दौड़, 100 मीटर दौड़, रूमाल झपट्टा आदि और सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं ें गायन, ड्रामा और डांस आदि किए जा सकेंगे। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर प्रचलित खेलकूद आदि को भी शामिल किया जा सकेगा। प्रतियोगिता में विजयी रहने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया जाएगा।



*शिक्षा विभाग देगा प्रोत्साहन राशि*


समारोह के आयोजन के लिए सरकार ने प्रति स्कूल 200 रुपए की राशि निर्धारित की है। स्कूल इससे अधिक राशि किसी भी हालत में खर्च नहीं कर सकेंगे लेकिन भामाशाहों का सहयोग लेकर इसे अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा। जानकारी के मुताबिक जयपुर के 2745 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक, 941 माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में इन समारोह का आयोजन किया जाएगा। वहीं पूरे प्रदेश में 52 हजार 426प्राथमिक और उच्च प्राथमिक के साथ 67 हजार 267 माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में बाल समारोह का आयोजन करवाया जाएगा। इन समारोह के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में आयोजन पर 104.852 लाख और माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में इनके आयोजन पर 29.682 लाख रुपए खर्च होंगे।



*बाल समारोह से स्कूलों को मिला आर्थिक संबल*


आपको बता दें कि पिछले कुछ सालों में सरकारी स्कूलों में होने वाली बाल सभा स्कूलों के लिए काफी फायदेमंद साबित हुई है। इनके माध्यम से न केवल नामांकन बढ़ा है बल्कि स्कूलों को भी आर्थिक संबल प्राप्त हुआ है। जानकारी के मुताबिक पिछले साल मार्च और जुलाई में आयोजित की गई बालसभाओं में करीब 10 करोड़ रुपए भामशाहों ने सरकारी स्कूलों को दान दिए । वहीं इस साल की पहली बाल सभा 26 जनवरी को आयोजित की गई थी। प्रदेश के भामाशाहों ने दिल खोलकर इस सामूहिक बाल सभा में स्कूलों के उत्थान के लिए आगे आए और महज एक ही बाल सभा में करीब 11 करोड़ रुपए का आर्थिक सहायता प्राप्त हुई।



*प्रोत्साहन राशि मिलने से फायदा*


प्रोत्साहन राशि मिलने से विद्यालय की आवश्यकता के अनुसार उपकरण या अन्य सामग्री क्रय करने अथवा सत्र की अंतिम बालसभा को बेहतर रूप में आयोजित करने में व्यय किया जा सकेगा। साथ ही अन्य तरीके से राशि का व्यय कर अधिकाधिक लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर होने वाली बालसभाओं से जोड़ा जा सकेगा।

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*बाल समारोह के उद्देश्य*


.विद्यालय में नामांकन अभिवृद्धि व ठहराव

.शिक्षा में गुणात्मक सुधार, सह शैक्षणिक क्षमतावर्धन

.दबाव मुक्त शैक्षणिक वातावरण निर्माण

.विद्यालय गतिविधियों में जनसमुदाय की सहभागिता

. शिक्षकों में विद्यार्थियों के प्रति उत्तरदायित्व का अहसास

.शैक्षणिक वातावरण निर्माण में सामुदायिक सहयोग भावना निर्माण

.सामाजिक सौहार्द एवं समन्वय में वृद्धि

: बच्चों में सृजनात्मक शक्ति का विकास।


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